
आज ऑटोमोबाइल बाजार में इलेक्ट्रिक कारों का क्रेज हो सकता है, साथ ही साथ बढ़ते महंगाई के कारण लोग किफायती और लॉन्ग लास्टिंग कारों को ज्यादा तवज्जो दे रहे है। इसी को ध्यान में रख कर पुणे स्थित स्टार्टअप Vayve Mobility ने देश में पहली सौर ऊर्जा से चलने वाली इलेक्ट्रिक कार –EVA नाम से लॉन्च करने के लिए तैयार है।
कार बैटरी चार्जिंग विकल्प के साथ पूरी तरह से आटोमेटिक है, और निर्माताओं का दावा है कि यह लगभग 20 किमी प्रति यूनिट बिजली जा सकती है, जो शायद इस क्षेत्र में सबसे अधिक है।
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इस कार को टीयर-1, टीयर-2, और टीयर-3 शहरों सहित भीड़ भरे शहरों में आसानी से आने-जाने के लिए डिज़ाइन किया गय, “इसे आकार में छोटा और संकरा बनाया गया है,” विलास देशपांडे, सह-संस्थापक, E Vehicle Gyan को बताते हैं।
“भारत एक तेजी से विकासशील और बहुत ही घनी आबादी वाला देश है। शहरों के तेजी से विकास और बढ़ते यातायात के कारण, बुनियादी ढांचे पर भारी दबाव है। हम वाहनों की एक नई केटेगरी बनाकर देश में शहरी मोबिलिटी को फिर से परिभाषित करने की कोशिश कर रहे हैं,” 52 वर्षीय केमिकल इंजीनियर कहते हैं।
वह आगे कहते हैं “यह कार सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए है – माता-पिता जिन्हें स्कूलों में बच्चों को छोड़ने की जरूरत है, जोड़े जिन्हें काम के लिए शहर के दूरदराज के कोनों से आने-जाने की जरूरत है, छात्र और बुजुर्ग,” ।
वायवे मोबिलिटी पिछले दो सालों से ईवा पर काम कर रहा है। इसके प्रोटोटाइप का अनावरण 11 जनवरी को ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश में आयोजित 2023 ऑटो एक्सपो में किया गया था। कार अभी परीक्षण के अधीन है और 2024 में मार्किट में कमर्शियल रूप से लॉन्च होने की उम्मीद है।
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पैनोरमिक सनरूफ और सोलर पैनल रूफ विकल्पों के साथ एक इलेक्ट्रिक कार:

सोलर बैटरी से चलने वाली सिंगल-डोर कार में 2+1 (दो वयस्क, एक बच्चा) बैठने का स्पेस है। ग्राहक एक सोलर रूफ पैनल का विकल्प चुन सकते हैं जिससे कार को पार्किंग में खड़ी कर के खुले में या ड्राइव करते समय बैटरी चार्ज कर सकता है।
जिनके पास खुली पार्किंग की जगह नहीं है वे पैनोरमिक सनरूफ चुन सकते हैं। विलास कहते हैं, “पैनोरमिक व्यू ड्राइवर के लिए विसिबिल्टी बढ़ाने में मदद करता है।”
वह आगे बताते हैं “कार केवल सोलर एनर्जी पर प्रतिदिन 10-12 किमी तक चल सकती है। यह एक वर्ष में 3,000 किमी से अधिक दूरी तय कर सकती है। औसतन, एक रेगुलर कार एक वर्ष में 9,000 किमी चलती है। सौर ऊर्जा आपके ईंधन खर्च के एक-तिहाई का ख्याल रखेगी,” ।
विलास का यह भी दावा है कि सौर कार का माइलेज “20 किमी प्रति यूनिट बिजली तक जा सकता है, जो विश्व स्तर पर बेस्ट परफॉरमेंस में से एक है।”
ईवा में 14 kWh बैटरी पैक है और इसमें 6-kW लिक्विड-कूल्ड इलेक्ट्रिक मोटर है जो 16HP पावर और 40Nm का पीक टॉर्क पैदा कर सकती है।
आमतौर पर इस सोलर कार को गाड़ी में उपलब्ध 15A सॉकेट से कार को पूरी तरह से चार्ज करने में चार घंटे तक का समय लगता है। कार में डीसी फास्ट चार्जिंग का विकल्प भी होगा, जो इसे 45 मिनट में चार्ज कर सकता है, इसके अलावा प्लग-इन ओवरनाइट का भी ऑप्शन है।
इससे यूजर कार को वैसे ही चार्ज कर सकता है जैसे वे अपने मोबाइल फोन को चार्ज करते हैं। इसलिए, इसे बारिश के दौरान या रात में जब सूरज नहीं होता है तो इसे इलेक्ट्रिक कार की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। विलास ने बताया कि एक बार चार्ज करने पर यह कार 250 किलोमीटर चल सकती है, जो इसे एक बेहतरीन इलेक्ट्रिक कार की केटेगरी में भी खड़ा कर देता है।
इसकी डिज़ाइन खासियत के कारण 70 किमी प्रति घंटे की अधिकतम स्पीड के साथ चलने वाली पूरी तरह से आटोमेटिक कार हाईवे पर चलने के लिए नहीं है।
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विलास के अनुसार, पेट्रोल, सीएनजी और डीजल से चलने वाली कारों की तुलना में सौर ऊर्जा से चलने वाली इलेक्ट्रिक कार को मिनिमम रखरखाव की आवश्यकता होती है। विलास कहते हैं “बैटरी आठ साल तक चलेगी, और कार या सौर पैनलों के लिए कोई रखरखाव की आवश्यकता नहीं है।”
कार की क्या कीमत होगी कंपनी ने ऐसे अभी तय नहीं किया है। भारतीय ईवी बाजार में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की कीमत 2 लाख रुपये तक जाती है जबकि हैचबैक की कीमत लगभग 10-12 लाख रुपये होती है। विलास कहते हैं, ‘हम इस रेंज के बीच में कुछ ऑफर करना चाहते हैं, जो कि मिडिल क्लास के लिए अफोर्डेबल होगा।’
“हालांकि इलेक्ट्रिक वाहन आम तौर पर महंगे होते हैं, उनकी परिचालन लागत कम होती है। ईवा की कीमत केवल 80 पैसे प्रति किलोमीटर होगी।” जो कि सोलर कार को बहुत ही किफायती बना देती है और साथ ही साथ यही इस सोलर कार की सबसे बड़ी USP भी है।
इस सोलर कार में लगे कंप्यूटर चिप्स और लिथियम बैटरी सेल को छोड़कर, जो ताइवान, चीन और कोरिया से आयात किए गए हैं, बाकी सभी पार्ट्स इंडिया में ही बनाये गए है जो ऐसे काफी हद तक स्वदेशी भी बनाती है।
कीमत
Vayve EVA के लॉन्च डेट के बारे में कंपनी के को-फाउंडर निलेश बजाज ने बताया कि, इस कार ऑफिशियली बिक्री के लिए लॉन्च करने में लगभग 1 साल का समय लगेगा। वहीं कीमत के बारे में उन्होनें कोई जानकारी साझा नहीं की है, उम्मीद की जा रही है कि, ब्रांड इसे किफायती कीमत में पेश करेगा।
एक सपने को पूरा करने में लगा है ये टीम:

ईवा स्टार्टअप के चार को-फाउंडर- चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर नीलेश बजाज, उनकी पत्नी और प्रोग्राम मैनेजर अंकिता जैन, और चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर सौरभ मेहता के अलावा चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर विलास देशपांडे के कलेक्टिव एफर्ट का नतीजा है।
दोस्तों पिछले 10 वर्षों से, चारों ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों में अपनी-अपनी नौकरी छोड़ दी और ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्टेबिलिटी की दिशा में काम करने के उद्देश्य से अपनी सेविंग्स के साथ वायवे मोबिलिटी की स्थापना की।
महाराष्ट्र के अकोला के रहने वाले विलास के पास केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री है। उन्होंने पहले प्रॉक्टर एंड गैंबल के साथ सेल्स डायरेक्टर के रूप में काम किया। यूएस में काम करते हुए, वह इलेक्ट्रिक कारों में यात्रा करते थे, इस तरह उन्होंने स्टेबिलिटी में काम करने का सपना रहा था।
किसी भी सह-संस्थापक के पास डायरेक्ट ऑटोमेटिव का अनुभव नहीं था, और इसलिए, उन्होंने सोलर कार पर काम करने के लिए कुछ बेहतरीन दिमागों में काम किया – कृपा अनंतन, महिंद्रा एंड महिंद्रा के पूर्व डिजाइन प्रमुख, और टाटा मोटर्स के एक इंजीनियर दिनेश दानी।
Is India Ready for Electric Vehicles Group Discussion
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